जल संसाधन के विकास के लिए एकीकृत योजना की जरूरत : सोज
शुक्रवार को यहां भारत-डेनिश जल दिवस के अवसर पर डेनमार्क दूतावास और भारतीय उद्योग परिसंघ द्वारा आयोजित 'पर्यावरण और प्रौद्योगिकी संबंधी व्यावसायिक बैठक' के उद्घाटन सत्र को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि टिकाऊ ढंग से संसाधनों का विकास करना भी उतना ही महवपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि अनेक आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए टिकाऊ विकास सुनिश्चित करने के लिए हमें जल संसाधन प्रणाली की योजना एवं संचालन के लिए एकीकृत पहुंच को अपनाना चाहिए।
प्रो. सोज़ ने जोर दिया कि एकीकृत जल संसाधनों के विकास और प्रबंधन का उद्देश्य आधुनिक तकनीकों और प्रौद्योगिकियों का योजना कार्यान्वयन और प्रबंधन में इस्तेमाल करके प्राप्त किया जा सकता है।
उन्होंने भारत और डेनमार्क के पेशेवरों खासकर डेनिश हाइड्रोलिक संस्थान के उन लोगों की प्रशंसा की, जिन्होंने कुछ परियोजनाओं जो बाढ़ क़े पूर्वानुमान और हाइड्रोलॉजी से संबंधित थी और जिनके परिणाम बिल्कुल सही थे, पर मिलकर काम किया था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।