हॉलब्रुक ने पूछा, क्या स्वात में पाकिस्तान ने आत्मसमर्पण कर दिया है?
वाशिंगटन, 20 फरवरी (आईएएनएस)। पाकिस्तान और अफगानिस्तान के लिए नियुक्त विशेष अमेरिकी दूत रिचर्ड हॉलब्रुक ने पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी से स्वात में तालिबान आतंकवादियों के साथ हुए समझौते पर चिंता प्रकट की है। उन्होंने कहा कि क्या यह समझौता आतंकवादियों के समक्ष हथियार डालना तो नहीं है।
टेलीविजन चैनल 'सीएनएन' के साथ बातचीत में गुरुवार को हॉलब्रुक ने कहा, "स्वात में हुए समझौते को समझना बेहद मुश्किल है।"
उन्होंने कहा, "मैं चिंतित हूं और मैं जानता हूं कि राष्ट्रपति बराक ओबामा और विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन भी इस समझौते को लेकर चिंतित हैं। इस समझौते को मीडिया संघर्ष विराम करार दे रहा है। लेकिन क्या यह समझौता आत्मसमर्पण जैसा नहीं है।"
हॉलब्रुक ने कहा, "मैंने जरदारी से फोन पर बातचीत की है। मैंने उन्हें स्वात में हुए समझौते को लेकर अपनी चिंताओं से अवगत कराया।"
उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी राष्ट्रपति ने भरोसा दिलाया कि स्वात में आत्मसमर्पण करने जैसी कोई बात नहीं है।
गौरतलब है कि बीते सोमवार को पाकिस्तान के पश्चिमोत्तर सीमांत प्रांत (एनडब्ल्यूएफपी) के मालकंद इलाके में शरिया कानून को लागू करने की एवज में तालिबान और पाक सरकार के बीच संघर्ष विराम पर सहमति बनी थी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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