भारतीय श्रम सम्मेलन के 42वें सत्र का उद्घाटन प्रणब मुखर्जी करेंगे
इस दो-दिवसीय सम्मेलन की अध्यक्षता श्रम एवं रोजगार मंत्री आस्कर फर्नान्डीज करेंगे। इसमें श्रम के अनुबंधीकरण और प्रवासी श्रमिकों के विभिन्न मुद्दों, रोजगार की योग्यता के लिए हुनर के उपयुक्त विकास में सामाजिक भागीदारों की भूमिका और बड़े पैमाने पर श्रमिकों की संख्या में कमी करने, अस्थायी छंटनी, वेतन में कटौती और नौकरी से निकालने आदि जैसे भूमंडलीय वित्तीय संकटों के प्रभावों जैसे मुद्दों पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
कार्य स्थल पर पर्यावरण, सुरक्षा और स्वास्थ्य के संबंध में श्रम एवं रोजगार मंत्रालय द्वारा तैयार राष्ट्रीय नीति भी इस अवसर पर जारी की जाएगी।
सम्मेलन में श्रमिकों एवं रोजगार संगठनों के वरिष्ठ प्रतिनिधियों, राज्यों के श्रम मंत्रियों तथा विभिन्न केन्द्रीय मंत्रालयों और विभागों के अधिकारियों के भाग लेने का कार्यक्रम है।
राष्ट्रीय स्तर पर ऐसा प्रथम त्रिपक्षीय विचार-विमर्श 1942 में हुआ था जिसे ट्रिपार्टाइट नेशनल लेबर कांफ्रेंस नाम दिया गया था। उसे ही बाद में 1944 में इंडियन लेबर कांफ्रेंस नाम दिया गया। इंडियन लेबर कांफ्रेंस (भारतीय श्रमिक सम्मेलन) के अब तक 41 अधिवेशन आयोजित किए जा चुके हैं, जिसमें श्रम से सम्बद्घ प्रमुख मुद्दों पर विचार-विमर्श किए जाते रहे हैं ।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।