राजू बंधुओं की ज़मानत अर्ज़ी ख़ारिज

समाचार एजेंसियों के मुताबिक़ राजू के वकीलों ने अतिरिक्त मेट्रोपोलेटिन मज़िस्ट्रेट के पास ज़मानत की याचिका दायर की थी.
वहीं केंद्रीय जाँच ब्यूरो (सीबीआई) ने साढ़े सात हज़ार करोड़ रुपए से अधिक के इस घोटाले की जाँच अब अपने हाथ में ले ली है.
उल्लेखनीय है कि इसी साल सात जनवरी को रामालिंगा राजू ने सत्यम के खातों में 7800 करोड़ रुपए की हेराफेरी करना स्वीकार किया था.
इसके बाद आंध्र प्रदेश पुलिस ने राजू और उनके भाई को गिरफ्तार कर लिया था.
पुलिस ने सत्यम कंप्यूटर्स के खातों की जाँच करने वाली अंतरराष्ट्रीय एकाउंटिंग कंपनी प्राइसवाटरहाउसकूपर्स (पीडब्ल्यूसी) के दो वरिष्ठ अधिकारियों और कई अन्य लोगों को गिरफ़्तार किया है.
राजू भाइयों और वी श्रीनिवास की जमानत याचिका को अदालत ने 28 जनवरी को ख़ारिज कर दिया था. इसके बाद से उन्होंने यह नई याचिका दायर की थी.
सीबीआई की टीम
उधर, सीबीआई ने सत्यम कंप्यूटर सर्विस लिमिटेड में हुए साढ़े सात हज़ार करोड़ रुपए से अधिक के घोटाले की जाँच अपने हाथ में ले ली है.
अभी तक इस मामले की जाँच आंध्र प्रदेश पुलिस की गुप्तचर शाखा यानी सीआईडी कर रही है.
सीबीआई के एक प्रवक्ता ने बताया कि ब्यूरो ने सत्यम घोटाले की जाँच के लिए हैदराबाद में कई स्तरों वाली एक टीम का गठन किया है.
उन्होंने कहा कि सीबीआई को ज़रूरी सहायता उपलब्ध कराने के लिए एक संयुक्त सलाहकार और समन्वयक तंत्र संबंधित मंत्रालयों, विभागों और संस्थाओं के साथ काम मिलकर काम कर रहे हैं.
इस घोटाले से जुड़े दस्तावेजों को सीबीआई अपने कब्ज़े में ले रही है. ब्यूरो इस मामले में ज़ल्द ही एक मामला भी दर्ज कराने वाला है.
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