नारायणमूर्ति ने श्रीलंका के राष्ट्रपति के आईटी सलाहकार का पद छोड़ा
श्रीलंका के राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे को लिखे पत्र में नारायणमूर्ति ने कहा कि व्यक्तिगत कारणों से उन्होंने सलाहकार के पद से नाम वापस लेने का निर्णय लिया है।
नारायणमूर्ति को "2009-अंग्रेजी और सूचना तकनीक वर्ष" के शुभारंभ के लिए श्रीलंका में मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था और 13 फरवरी को राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे ने उनको आईटी का अंतर्राष्ट्रीय सलाहकार नियुक्त किया था।
संयोग से नारायणमूर्ति ने मंगलवार को आईएएनएस से कहा था कि एक सलाहकार का काम अपना मुंह बंद रखना और केवल तभी खोलना है जब उससे अनुभव के आधार उसके दृष्टिकोण के बारे में पूछा जाए।
इंफोसिस परिसर में मंगलवार को एक कार्यक्रम के दौरान नारायणमूर्ति ने कहा था कि मैं दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति और मलेशिया के प्रधानमंत्री का सलाहकार हूं और अब मुझे राजपक्षे का सलाहकार बनाया गया है।
इसके एक दिन बाद ही नारायणमूर्ति ने राजपक्षे के प्रस्ताव को नकार दिया है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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