आडवाणी ने की मुंबई हमलों में स्थानीय भागीदारी की जांच की मांग
राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल के भाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान लोकसभा में अपने भाषण में आडवाणी ने कहा, "हमले की पूरी जांच नहीं हुई है और मुंबई पुलिस ने इस शर्मनाक घटना में स्थानीय हाथ नहीं होने का प्रमाणपत्र दे दिया है।"
उन्होंने कहा, "ऐसी घटनाओं का षड्यंत्र स्थानीय सहयोग के बिना नहीं रचा जा सकता और हम अब भी मांग कर रहे हैं कि जांच एजेंसी को इसकी भी जांच करनी चाहिए।"
भारत ने कहा कि 26 नवंबर को हुए हमलों की योजना पाकिस्तानी धरती पर वहीं के नागरिकों ने बनाई। इसके विपरीत आठ फरवरी को भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दौरान गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह कहकर विवाद पैदा कर दिया कि बिना स्थानीय समर्थन के ऐसे हमले संभव नहीं हैं।
आडवाणी ने कहा, "सरकार के पास मुंबई हमले की कुछ पूर्व सूचनाएं थीं, जैसे कि अगला हमला समुद्री रास्ते से हो सकता है, इसके बावजूद वह इसे रोकने में नाकाम रही।"
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के रामपुर में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) कैंप पर हुए हमले के आरोप में गिरफ्तार दो आतंकवादियों ने अगले आतंकवादी हमले का खुलासा किया था, लेकिन सरकार इस मुद्दे पर असंवेदनशील बनी रही।
आडवाणी ने सरकार पर उत्तर पश्चिम के राज्यों के जरिए बांग्लादेशियों की अवैध घुसपैठ पर भी लापरवाह रवैया अपनाने का आरोप लगाया।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।