अंतरिम बजट : लोकसभा में पेश अंतरिम बजट के मुख्य बिंदु (लीड-1)
-भारत आज भी दुनिया की दूसरी सबसे तेजी से विकास करने वाली अर्थव्यवस्था।
-चालू वित्त वर्ष में अर्थव्यवस्था के 7.1 फीसदी की दर से विकास करने की संभावना।
-निजी-सार्वजनिक भागीदारी (पीपीपी) के तहत 54 केंद्रीय आधारभूत परियोजनाओं को मंजूरी।
-पीपीपी परियोजनाओं पर कुल 67,700 करोड़ रुपये खर्च का अनुमान।
-इंडिया इंफ्रास्ट्रक्च र फाइनेंस कंपनी मार्च अंत तक 10 हजार करोड़ रुपये इकट्ठा करेगी।
-भारत मुद्रास्फीति की समस्या से उबर चुका है, लेकिन संतोषजनक स्थिति नहीं।
-देश का कृषि परिदृश्य उत्साहित करने वाला है।
-रिकार्ड 32.4 अरब डॉलर का विदेशी निवेश।
-असाधारण परिस्थितियों में असाधारण कदमों की आवश्यकता होती है।
-नियमित बजट में अतिरिक्त वित्तीय कदम उठाने की जरूरत।
-पिछले तीन वर्षो में देश का विकास औसतन नौ फीसदी की दर से हुआ।
-प्रति व्यक्ति आय में प्रतिवर्ष 4.7 प्रतिशत की बढ़ोतरी।
-बजट घाटा 4.5 फीसदी से घटकर 2.7 फीसदी हुआ।
-राजस्व घाटा 3.6 फीसदी से घटकर 1.1 फीसदी हुआ।
-निर्यात में 26.4 फीसदी की वार्षिक वृद्धि हुई।
-विदेश व्यापार 27.3 प्रतिशत से बढ़कर 35.5 फीसदी हुआ।
-सकल घरेलू उत्पाद के अनुपात में कर 9.2 फीसदी से 12.5 फीसदी हुआ।
-कृषि में 3.7 फीसदी की वार्षिक वृद्धि हुई।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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