अंतरिम बजट : महंगाई को लेकर आम आदमी असमंजस में
सरकार ने आम आदमी के हित की बात कही जरूर है मगर लोग अंतरिम बजट में हित नहीं देख पा रहे हैं। महंगाई के दौर में सरकार ने पेट्रोलियम पदार्थो की कीमतों में कमी करके राहत देने की कोशिश की थी। इसी के चलते आम आदमी को बजट से भी कुछ उम्मीदें थीं। ऐसा इसलिए भी था क्योंकि रेल बजट जनता की भावनाओं के अनुरूप था।
अंतरिम बजट पर तात्या टोपे नगर में रहने वाले सुरेन्द्र कुमार का कहना है कि आने वाले समय में महंगाई कहां पहुंचेगी इसका खुलासा नहीं हुआ है। सरकार ने कई योजनाओं के लिए राशि मंजूर की है मगर किसी नई योजना का ऐलान नहीं किया है।
अरेरा कॉलोनी में रहने वाले कम्यूटर व्यवसाई आशीष शर्मा को अंतरिम बजट चुनावी बजट लगता है। वे कहते हैं कि सरकार ने जहां नए कर नहीं लगाए हैं वहंीं जनता को रियायत भी नहीं दी है। उन्होंने कहा कि अंतरिम बजट में विकास दर आदि की तो बात की गई है मगर महंगाई का ज्यादा जिक्र नहीं किया गया है।
साकेत नगर की गृहणी किरण देवी बजट के गणित को ही नहीं समझ पाईं। वह कहती हैं कि उन्हें उम्मीद थी कि बजट में सरकार कुछ ऐसी घोषणाएं करेगी जिनका सीधा असर महंगाई को नियंत्रित करने पर दिखेगा लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।