अंतरिम बजट : रुपया कहां से आता है और कहां जाता है
सरकार के खजाने में आने वाले प्रत्येक एक रुपये में से 29 पैसे उधार से, 22 पैसे कारपोरेट कर से और 12 पैसे आयकर से आता है।
बाकी में 10 पैसे सीमा शुल्क से और बाकी के 10 पैसे गैर कर राजस्व मद से आते हैं। सेवा कर की हिस्सेदारी छह पैसे की होती है जबकि गैर उधार पूंजी का हिस्सा एक फीसदी होता है।
इसी तरह व्यय मद में प्रत्येक एक रुपये में 20 पैसे ब्याज पर खर्च होते हैं जबकि 18 पैसे केंद्रीय योजनाओं पर।
केंद्र सरकार को प्रत्येक एक रुपये में से 15 पैसे राज्यों को देने पड़ते हैं। अन्य गैर बजटीय खर्च मद में 14 पैसा जाता है।
रक्षा मद में प्रति रुपये 13 पैसे खर्च होते हैं जबकि खाद्यान, उर्वरक और ऊर्जा सब्सिडी के रूप में नौ पैसे खर्च होते हैं।
राज्य व संघ शासित प्रदेशों की योजनाओं और गैर योजना सहयोग मद में क्रमश: सात और चार फीसदी खर्च होते हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।