आंध्र प्रदेश के एक और इंजीनियर की विदेश में मौत (लीड-1)
राज्य के तेलंगाना क्षेत्र के निजामाबाद जिले के रहने वाले 26 वर्षीय एयरोनॉटिकल इंजीनियर यारलागड्डा सिद्धार्थ मैड्रिड में एक अंतरिक्ष शोध केंद्र में काम करते थे।
सिर्धाथ के मित्र ने शुक्रवार को उनके माता-पिता को बताया कि उन्हें उनके अपार्टमेंट में मृत पाया गया। उनकी मौत के कारणों और तारीख के बारे में अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान-चेन्नई के पूर्व छात्र सिद्धार्थ ने एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग में बी. टेक की डिग्री हासिल की थी। उन्होंने जर्मनी से स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की और करीब डेढ़ साल पहले वह मैड्रिड स्थित अंतरिक्ष शोध केंद्र जीएमबी से जुड़ गए।
यहां से करीब 150 किलोमीटर दूर निजामाबाद में पेशे से डॉक्टर सिद्धार्थ के माता-पिता अक्किनेनी सुजाता और वाई. संबासिवा राव इस दुखद खबर को सुनकर स्तब्ध हैं।
संबासिवा ने रविवार को कहा, "हम नहीं जानते कि यह कैसे हुआ। हमारे पास संबंद्ध संस्था से कोई सूचना नहीं है। हम सभी केवल यही जानते हैं कि हमारा बेटा अब नहीं रहा।"
उन्होंने कहा, "हम उसके चचेरे भाई की शादी में आने का इंतजार कर रहे थे। यहां तक कि उसने एक मार्च का टिकट भी ले लिया था।"
आईआईटी चेन्नई के एक प्रोफेसर ने उन्हें बताया कि सिद्धार्थ गंभीर रूप से घायल है। इसके बाद उन्होंने मैड्रिड में उसके मित्र को फोन किया, जिसने बताया कि सिद्धार्थ अपने अपार्टमेंट में मृत पाए गए हैं।
मैड्रिड पुलिस शव पोस्टमार्टम के लिए ले गई और मौत के कारणों की जांच कर रही है।
जीएमबी के अधिकारियों ने संबासिवा को मैड्रिड आने के लिए वीजा देने का प्रस्ताव किया है ताकि सिद्धार्थ के शव को वे हासिल कर सकें।
उधर, सिद्धार्थ के बड़े भाई वाई. संदीप जो अमेरिका में कार्यरत हैं, शव हासिल करने के लिए मैड्रिड रवाना हो गए हैं।
इससे कुछ ही दिन पहले राज्य के एक मेकेनिकल इंजीनियर रुद्रराजू सुधीर कुमार की अमेरिका के अटलांटा में रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई थी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।