मुंबई हमले के आतंकियों पर पाक की कार्रवाई की समीक्षा करेगा भारत (लीड-2)
भारत की ओर से कहा गया कि पाकिस्तानी आतंकियों द्वारा पैदा किया गया खतरा सिर्फ अकेले भारत के लिए नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए है। लिहाजा भारत पाकिस्तान के जवाब के साथ ही उपजी परिस्थिति की समीक्षा करेगा और उसके बाद हर जरूरी कदम उठाएगा।
पाकिस्तान द्वारा मुंबई हमले में पाकिस्तानी नागरिकों की भूमिका स्वीकारे जाने के एक दिन बाद भारत की ओर से षड़यंत्र के पूर्ण पर्दाफाश की मांग रखी गई।
शुक्रवार को लोकसभा में बयान देते हुए मुखर्जी ने कहा, "मुंबई मामले में यह एक सकारात्मक प्रगति है, परंतु पाकिस्तान को इस पूरे षड़यंत्र को उजागर करना चाहिए।"
उन्होंने कहा, "अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने भी हमारे साथ मिलकर पाकिस्तान पर दबाव बनाया है, ताकि उसकी सरजमीं पर मौजूद आतंकवाद के बुनियादी ढांचों को ध्वस्त किया जा सके और उसे मिल रहे समर्थन पर अंकुश लगाया जा सके। "
उन्होंने कहा, "भारत का यह लक्ष्य रहेगा कि मुंबई हमले के षड़यंत्रकारियों को सलाखों के पीछे लाया जाए और हम इस प्रक्रिया को आखिर तक जारी रखेंगे।"
मुखर्जी ने लोकसभा में कहा, "हम रिश्तों के एक ऐसे मोड़ पर खड़े हैं, जहां पाकिस्तान सरकार को तय करना है कि वह भविष्य में भारत के साथ किस तरह का रिश्ता चाहता है।"
मुखर्जी ने आगे कहा, "यह ज्यादा कुछ इस बात पर निर्भर करेगा कि पाकिस्तान मुंबई हमले के मामले में कितनी औचित्यपूर्ण कार्रवाई करता है।"
पाकिस्तानी जनता के प्रति अपनी सकारात्मक भावना का इजहार करते हुए मुखर्जी ने कहा कि सरकार ने दोनों देशों के बीच यातायात संपर्क व जनता के बीच आपसी संपर्क बरकरार रखने का फैसला किया है।
उन्होंने कहा, "मैं इस बात को साफ कर देना चाहता हूं कि पाकिस्तानी जनता के साथ हमारा कोई झगड़ा नहीं है। हम उसकी बेहतरी की कामना करते हैं। हम यह बिल्कुल नहीं चाहते कि उसे इस परिस्थिति के परिणाम भुगतने पड़ें या इसके लिए वह बेवजह जिम्मेदार ठहराए जाएं।"
गौरतलब है कि 26 नंवबर, 2008 को मुंबई के कई महत्वपूर्ण स्थानों पर हुए हमले में लगभग 175 लोग मारे गए थे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।