मुंबई हमले की जांच में देखो और मदद करो की नीति अपनाएगा अमेरिका (लीड-1)
अमेरिका ने मुंबई हमले के मामले में पाकिस्तान की स्वीकारोक्ति को पहला महत्वपूर्ण कदम करार दिया है।
मलफोर्ड ने यहां एक सम्मेलन के मौके पर संवाददाताओं से कहा, "हमारा मानना है कि यह एक प्रक्रिया की शुरुआत है। हम इंतजार करेंगे, इस पर नजर रखेंगे और मदद भी करेंगे। पाकिस्तान का जवाब पहला बेहद अहम कदम है।"
मलफोर्ड ने कहा कि इस मामले पर उनके देश की प्रतिक्रिया भारत जैसी ही रही है।
उन्होंने कहा, "भारत ने भी पाकिस्तान के इस कदम का स्वागत किया है और अमेरिका में भी इस कदम का स्वागत किया गया है। हम इसे काफी हद तक सकारात्मक समझते हैं।"
उन्होंने कहा, "पाकिस्तान को यह सच्चाई स्वीकार करनी चाहिए कि यह समस्या उसकी जमीन से ही पैदा की गई।"
ओबामा प्रशासन के दौरान दोनों देशों के परस्पर संबंधों के बारे में मलफोर्ड ने कहा, "यह बिल्कुल स्पष्ट है कि भारत और अमेरिका के संबंधों में निरंतरता बनी रहेगी। अमेरिका के नए प्रशासन के लिए भी दोनों देशों का संबंध प्राथमिकताओं में शामिल रहेगा। "
रूसी व फ्रांसीसी कंपनियों को परमाणु संयंत्र लगाने के लिए जमीन उपलब्ध कराए जाने संबंधी भारत के निर्णय पर मलफोर्ड ने कहा, "जिस तरह से अन्य देशों को संयंत्र लगाने के लिए जमीन उपलब्ध कराए गए हैं, उसी तरह अमेरिकी कंपनियों को भी जमीन उपलब्ध कराए जाने के संकेत का हम इंतजार कर रहे हैं।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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