मुंबई हवाई अड्डे की घटना पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी
बेंगलुरू, 12 फरवरी (आईएएनएस)। राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल को ले जा रहा हेलीकाप्टर सोमवार को मुंबई हवाई अड्डे पर एक यात्री विमान से टकराने से बच गया। अब इस घटना को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है।
भारतीय वायुसेना ने अपने हेलीकॉप्टर के पायलट को बुधवार को क्लीन चिट दे दिया। लेकिन नागरिक उड्डयन मंत्री प्रफुल्ल पटेल अपने विभाग की गलती मानने को तैयार नहीं हैं।
पटेल ने नई दिल्ली में पत्रकारों को बताया, "दुर्भाग्य की बात यह है कि भारतीय वायुसेना के साथ हमारा कोई कामकाजी रिश्ता नहीं है। हम इसके लिए कोशिश कर रहे हैं। हमें बेहतर समन्वय स्थापित करने की जरूरत है।"
पटेल का यह बयान ऐसे समय में आया है जब वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल फली होमी मेजर ने पूरी दृढ़ता के साथ हेलीकॉप्टर चालकों का बचाव किया है। उन्होंने कहा कि वे सभी सेना के सर्वोत्तम पायलटों में से हैं।
बेंगलुरू के निकट येलहांका एयर बेस पर बुधवार को शुरू हुए अंतर्राष्ट्रीय एयर शो के मौके पर संवाददाताओं को मेजर ने बताया, "हेलीकाप्टर उड़ा रहे पायलट वायुसेना के सवरेत्तम पायलटों में से थे। वैसे भी हम देश के राष्ट्रपति को ले जा रहे थे।"
दिल्ली आ रहा एक यात्री विमान सोमवार को उड़ान भरने के साथ ही वायुसेना के तीन हेलीकॉप्टरों से टकराने से बाल-बाल बच गया। इनमें से एक हेलीकाप्टर में राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल सवार थीं।
वायुसेना अध्यक्ष एयर चीफ मार्शल फली होमी मेजर ने बुधवार को कहा कि मुंबई के एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) ने राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल को ले जा रहे वायुसेना के तीन हेलीकाप्टरों के काफिले को रनवे पर उतरने को हरी झंडी दी थी।
उन्होंने कहा कि हेलीकाप्टरों को अपनी आवृत्तियों को बदलने के लिए नहीं कहा गया और कोई भी पायलट बिना कहे ऐसा नहीं कर सकता। उनका कहना था कि इन प्रक्रियाओं पर हमें नागर विमानन महानिदेशक (डीजीसीए)से चर्चा करने की आवश्यकता है।
बुधवार को आई मीडिया रिपोर्टों में कहा गया था कि तीनों हेलीकाप्टरों ने हवाई अड्डे के टॉवर से संपर्क नहीं किया था।
डीजीसीए ने इस मामले की जांच का आदेश दिया है।
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय की ओर कहा गया कि एटीसी (एयर ट्रैफिक कंट्रोल) के अधिकारियों को राष्ट्रपति के दौरे की जानकारी थी।
एक वरिष्ठ डीजीसीए अधिकारी ने कहा, "हमने एटीसी पर तैनात दो अधिकारियों को तलब किया है। जांच अभी जारी है।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।