'पाकिस्तान मुंबई हमले के षडयंत्र के पर्दाफाश के करीब' (लीड-2)
मुंबई हमले की जांच के संबंध में पाकिस्तान द्वारा की गई प्रगति की जानकारी देने के लिए आयोजित संवाददाता सम्मेलन में मलिक ने कहा कि दो बहुत महत्वपूर्ण व्यक्ति हमारी गिरफ्त में हैं लेकिन मैं उनके नाम का खुलासा नहीं कर सकता।
उन्होंने कहा कि इस मामले में एक प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
उन्होंने कहा कि अन्य लोगों के साथ लश्कर-ए-तैयबा कमांडर जकीउर रहमान लखवी के मुंबई हमले का सूत्रधार होने के बारे में जांच की जा रही है।
मलिक के अनुसार हमले का मुख्य संचालनकर्ता वर्ष 1997 में जन्मा अमार अमीन सादिक है। इसका संबंध दक्षिणी पंजाब है और वह इस समय कराची में किराए के मकान में रहता है।
आंतरिक मंत्री के अनुसार आतंकवादियों को लश्कर के अबु हम्जा ने प्रशिक्षित किया था और वे सेटेलाइट फोन के सहारे अपने आकाओं के संपर्क में थे।
मलिक ने कहा कि आतंकवादियों ने सेटेलाइट फोन के लिए एक अमेरिकी सेवा प्रदाता का उपयोग किया और इसका भुगतान इस्लामाबाद में किया गया। पाकिस्तान ने फोन के भुगतान के लिए पहचान पत्र देने वाले व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है।
पाकिस्तान ने रबर की नाव बेचने वाले दुकानदार की भी पहचान कर ली है और उसकी निशानदेही पर महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं। इसी नाव से आतंकवादी मुंबई तट पर उतरे थे।
मलिक ने कहा कि जांच से कुछ और व्यक्तियों के नाम पता चले हैं जो मुंबई हमले के संचालन में शामिल थे लेकिन वे उनका नाम सार्वजनिक नहीं कर सकते।
मलिक ने भारत से जांच में सहयोग करने का आग्रह करते हुए कहा कि हमने भारत से कुछ अन्य जानकारियां मांगी हैं। इसका अर्थ यह नहीं कि हमने अपनी जांच रोक दी है। इससे मुकदमे बहुत मदद मिलेगी।
रहमान मलिक ने हालांकि कहा कि जिन आतंकवादियों को भारत पाकिस्तानी बता रहा है वे गैरराजकीय ताकतों से संबंधित थे।
मुंबई हमले में पाकिस्तान की कोई भूमिका नहीं होने पर जोर देते हुए रहमान ने कहा कि यह व्यक्तिगत और गैरराजकीय ताकतों का कार्य है। उनका उद्देश्य अपने ध्येय के लिए आतंक फैलाना है। उनके ध्येय को निर्धारित करने की जरूरत है। भारत और पाकिस्तान दोनों को इस कार्य को करने की आवश्यकता है।
मलिक ने कहा है कि मुंबई हमलों की साजिश का कुछ हिस्सा पाकिस्तान में रचा गया था। इस संबंध में गुरुवार को इस्लामाबाद में एक प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।
उन्होंने कहा कि कोई भी पाकिस्तानी यदि विदेशों में आतंकवादी कार्यो में सीधे या उसके षडयंत्र में शामिल होता है तो उसका कार्य पाकिस्तान में किया हुआ माना जाएगा।
इससे पहले पाकिस्तान ने मुंबई हमले से किसी भी प्रकार का संबंध होने से इनकार किया था। उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष 26-29 नवंबर को मुंबई में हुए आतंकवादी हमलों में 170 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 300 से अधिक घायल हो गए थे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।