'दोनों देशों के हित में रहा प्रणब मुखर्जी का बांग्लादेश दौरा'
स्थानीय मीडिया का कहना है कि मुखर्जी और बांग्लादेश के शीर्ष नेतृत्व के बीच हुई चर्चा और समझौतों से दोनों देशों के संबंधों में आए अविश्वास को कम करने में मदद मिलेगी।
भारत के साथ हुए समझौतों को बांग्लादेश के विपक्षी दल देश विरोधी करार दे रहे हैं। इस संबंध में समाचार पत्र 'नेशन टुडे' ने लिखा है कि यह बेहतर होता कि सभी को साथ लेकर भारत के साथ समझौते में पारदर्शिता बरती जाती।
बांग्लादेश के एक अन्य अखबार 'फाइनेंशियल एक्सप्रेस' ने कहा है कि बांग्लादेश और भारत को बढ़े व्यापार और अन्य आर्थिक साझेदारी के लाभ में बराबर की भागीदारी करनी चाहिए।
समाचार पत्र 'द डेली स्टार' के अनुसार, "बांग्लादेश के नजरिए से द्विपक्षीय निवेश संरक्षण समझौता (बीपा) महत्वपूर्ण है। इससे भारतीय बाजार खासकर पूर्वोत्तर में बांग्लादेश निवेश कर सकेगा।"
अखबार का कहना है कि मुखर्जी के बांग्लादेश दौरे से दोनों देशों में परस्पर सहयोग के नए रास्ते खुले हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।