उदर कैंसर के खतरे को कम करती है दर्द निवारक दवा एस्पिरिन
अमेरिका में 311,000 लोगों पर हुए शोध के निष्कर्ष में कहा गया है कि जिन लोगों ने एक साल पहले भी इस दवा का सेवन किया, उनके इस जानलेवा रोग की गिरफ्त में आने का खतरा कम होता है। ऐसे लोगों के पेट के निचले और मध्य हिस्सों में कैंसर होने का खतरा कम हो जाता है। नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट इन अमेरिका (एनसीआईए) के शोधकर्ता क्रिश्चियन अबनेट के नेतृत्व में यह शोध हुआ।
ऐसे लोग जो दूसरी तरह की नन-स्टेरॉयड एंटी-इंफ्लेमेटरी दवा (एनएसएआईडी) लेते हैं, उनमें भी उदर कैंसर होने का खतरा 32 प्रतिशत कम होता है। वैसे, एस्पिरिन पेट के ऊपरी हिस्से में होने वाले कार्डिया-गैस्ट्रिक कैंसर से बचाव नहीं करती है। अतीत के शोध निष्कर्षो में यह दावा किया जा चुका है कि एस्पिरिन कार्डिया-गैस्ट्रिक कैंसर से बचाव करती है।
नियमित तौर पर यह दवा लेने से आंत कैंसर का खतरा काफी कम हो जाता है, लेकिन डाक्टर इसकी सलाह नहीं देते, क्योंकि शरीर पर इसके दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं। इससे पेट में रक्तस्राव की समस्या पैदा हो सकती है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।