गांधी की चप्पलों व चश्मों की नीलामी
समाचार पत्र टेलीग्राफ ने लिखा है कि एंटिकोरम आक्सनर्स द्वारा यह नीलामी 4 व 5 मार्च को आयोजित की जाएगी।
इस नीलामी में गांधी की पॉकेट घड़ी, एक कटोरा व एक प्लेट को भी शामिल किया जाएगा।
गांधी ने अपने चश्मों को एक भारतीय सेना के कर्नल एच.ए.शीरी दीवान नवाब को यह कहते हुए दिया था, "इन्होंने आजाद भारत की मुझे दृष्टि दी।"
अपनी चप्पलों को उन्होंने लंदन में आयोजित गोलमेज बैठक के पहले वर्ष 1931 में एक ब्रिटिश सैन्य अधिकारी को दे दिया था।
इसी तरह पॉकेट घड़ी आभा गांधी को दे दी थी। आभा हमेशा महात्मा के साथ रहती थीं और वर्ष 1948 में गोली लगने बाद गांधी आभा की बाहों में ही गिरे थे।
गांधी अपनी हर चित्रों में वर्ष 1910 के आसपास निर्मित इसी पॉकेट घड़ी को लटकाए हुए दिखाई देते थे। यह घड़ी इस नीलामी की सबसे बड़ी खासियत होगी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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