विदेशियों के खिलाफ प्रदर्शन से प्रभावित हो सकते हैं भारतीय : ब्रिटिश सांसद
लंदन, 11 फरवरी(आईएएनएस)। सत्तारूढ़ लेबर पार्टी के एक वरिष्ठ सांसद ने कहा है कि विदेशियों के खिलाफ प्रदर्शन से देश में काम रहे भारतीय कामगारों के खिलाफ नस्लवादी भावना भड़क सकती है। इससे संरक्षणवादी नीति पर अमल की भावना भी जोर पकड़ सकती है।
ब्रिटेन के वरिष्ठ एशियाई सांसद कीथ वाज ने आईएएनएस से बातचीत करते हुए कहा, "यह खतरनाक सिलसिला है। जो लोग विदेशियों के खिलाफ भावना भड़का रहे हैं वे गुमराह हैं। ऐसी गतिविधियों में कुछ ऐसे कामगार संगठन के लोग सक्रिय हैं जो नस्लवादी विचार के लिए जाने जाते हैं। ऐसे संगठन के लोग नस्लवादी पार्टियों के मंच पर मौजूदगी जताते रहे हैं।"
उन्होंने कहा कि फिलहाल ऐसे तत्व यूरोपीय संघ के नागरिकों के खिलाफ भावना भड़का रहे हैं। वह कहते हैं, "इन तत्वों ने ब्रिटेन में गैर-ब्रिटिश यूरोपीय नागरिकों के काम करने पर एतराज जताया है। अब उनका निशाना दूसरे विदेशी भी बन सकते हैं। मेरी चिंता यह है कि ऐसे लोग रोजगार मसले की आड़ में भारतीय उप महाद्वीप से कुशल कामगारों के आप्रवासन को बाधित कर सकते हैं।"
ब्रिटेन में इन दिनों गैर-ब्रिटिश यूरोपीय नागरिकों को नौकरी दिए जाने के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं। नॉटिंघमशायर और केंट में ऐसे कई प्रदर्शन हो चुके हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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