बिहार में आपराधिक मामलों के निपटारे में आश्चर्यजनक वृद्धि
राज्य के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक नीलमणि ने आईएएनएस को बताया, "पूर्व में बिहार में आपराधिक मामलों के निपटारे की दर बहुत कम थी। एक दशक में 5000 से लेकर 10,000 मामलों का ही निपटारा हो पाता था।"
उन्होंने कहा कि हाल के वर्षो में विभिन्न अदालतों द्वारा त्वरित सुनवाई के जरिए आपराधिक मामलों का निपटारा किया गया है।
उनके मुताबिक वर्ष 2004 के जनवरी माह से अब तक कुल 30,086 लोगों से संबंधित आपराधिक मामलों को निपटाया गया है। इनमें से 83 को मौत की सजा दी गई जबकि 6509 को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई।
विभिन्न अदालतों द्वारा जिन आरोपियों की सजा तय की गई उनमें राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सांसद पप्पू यादव और शहाबुद्दीन, लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के सांसद सूरजभान, जनता दल-युनाइटेड (जदयू) के पूर्व सांसद आनंद मोहन व उनकी पत्नी लवली आनंद, जयदू विधायक नरेन्द्र कुशवाहा, सुनील पांडे और मुन्ना शुक्ला प्रमुख हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।