मुंबई हमले पर और जानकारी चाहता है पाकिस्तान (लीड-2)
प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की रक्षा समन्वय समिति की बैठक के बाद जारी एक बयान में कहा गया कि मुंबई हमले में पाकिस्तानी तत्वों की संलिप्तता के बारे में भारत द्वारा उपलब्ध कराए गए सबूत अपर्याप्त हैं।
बैठक के बाद जारी बयान में कहा गया, "बैठक में इस निष्कर्ष पर पहुंचा गया कि जब तक भारत द्वारा पुख्ता सबूत नहीं उपलब्ध करा दिए जाते तब तक जांच रिपोर्ट को पूरा कर पाना और मामले में आगे बढ़ना कठिन होगा।"
बैठक में प्रधानमंत्री गिलानी के अलावा पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल अशफाक परवेज कयानी भी उपस्थित थे।
बयान में कहा गया है, "संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) द्वारा की गई जांच के दौरान पैदा हुए सवालों पर भारत के जवाब की जरूरत है।"
विज्ञप्ति में कहा गया है कि भारतीय अधिकारियों को इस बात से जल्द ही अवगत करा दिया जाएगा।
ज्ञात हो कि इस रिपोर्ट को पाकिस्तान की संघीय जांच एजेंसी ने तैयार की है। यह रिपोर्ट हमले में पाकिस्तानी तत्वों की संलिप्तता से संबंधित भारत द्वारा उपलब्ध कराए गए दस्तावेजों पर आधारित है।
पाकिस्तानी गृह मंत्रालय व कानून मंत्रालय द्वारा पहले ही रिपोर्ट का परीक्षण किया जा चुका है।
इसके पहले पाकिस्तानी प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने कहा था कि रिपोर्ट सोमवार या मंगलवार को भारत को सौंपी जाएगी। लेकिन अब इसमें देरी की पूरी संभावना बन गई हैं।
उधर सोमवार को इस बात की खबर थी कि एफआईए ने करांची में तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। उन पर अजमल आमिर कसाब के साथ कथित संबंध होने का आरोप है।
डेली टाइम्स ने सोमवार को लिखा, "एक सूत्र के हवाले से पता चला है कि खुफिया एजेंसियों ने कराची के विभिन्न इलाकों से तीनों संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। इन पर कसाब के साथ संबंध होने का संदेह है।"
अखबार के अनुसार इन तीनों को इस्लामाबाद भेजा गया है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।