श्रीलंका में लिट्टे का आत्मघाती हमला, 28 मारे गए (लीड-5)
राष्ट्रीय सुरक्षा मामलों की मीडिया केंद्र ने कहा कि मुल्लइतिवु जिले के विश्वमधु सुसांतिरापुरम इलाके में लिट्टे की एक आत्मघाती महिला सदस्य ने खुद को उड़ा दिया। यह घटना उस समय घटी, जब घबराए नागरिक सेना के कब्जे वाले इलाके की ओर भाग रहे थे।
मीडिया केंद्र की ओर से जारी एक बयान में बताया गया है कि आत्मघाती हमला उत्तरी विश्वमधु इलाके में स्थित एक आईडीपी (आंतरिक रूप से विस्थापित लोग) बचाव केंद्र पर सुबह 11.30 बजे के आसपास हुआ।
इस हमले में 28 लोगों की मौत हो गई, जबकि 64 अन्य घायल हो गए।
केंद्र की ओर से कहा गया है कि हमले में मारे गए लोगों में सेना के 20 जवान और आठ नागरिक शामिल हैं, जबकि 24 जवान और 40 नागरिक घायल बताए जा रहे हैं।
मृतकों में अधिकतर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं, जबकि तीन महिला जवानों की भी हमले में मौत हो गई।
रक्षा मंत्रालय का कहना है कि विस्फोट में हताहत हुए लोगों के बारे में अभी अनुमान लगाना मुश्किल है। घटना के बाद इलाके में तनाव व्याप्त है।
सेना के प्रवक्ता ब्रिगेडियर उदय ननयक्कारा ने कहा कि महिला सैनिकों का एक दल, आम महिलाओं की जांच कर रहा था तभी लिट्टे की एक आत्मघाती महिला हमलावर ने खुद को उड़ा दिया।
अमेरिका व संयुक्त राष्ट्र संघ ने आत्मघाती हमले की निंदा की है।
ननयक्कारा ने कहा कि घायलों को तत्काल इसी क्षेत्र में स्थित विभिन्न चिकित्सा केंद्रों पर ले जाया गया। बाद में उन्हें वावुनिया और अनुराधापुरा के चिकित्सालयों में भेज दिया गया।
वायुसेना की ओर से 35 घायलों को अनुराधापुरा लाया गया। घायलों में 15 बच्चे शामिल हैं।
ननयक्कारा ने कहा, "लिट्टे के कब्जे वाले क्षेत्र से भाग रहे हजारों नागरिकों को रोकने के लिए लिट्टे की ओर से यह कार्रवाई की गई।"
इस बीच श्रीलंकाई सेना ने कहा है कि तमिल विद्रोहियों के कब्जे में अब मुल्लइतिवु जिले का 200 वर्ग किलोमीटर से भी कम क्षेत्र बचा है। वे अपनी रक्षा के लिए हजारों नागरिकों को ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।