दिल्ली के हवाई यात्रियों को चुकाना होगा 1 मार्च से अतिरिक्त शुल्क
दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (डीआईएएल) के विकास का जिम्मा बेंगलुरू स्थित निर्माण कंपनी जीएमआर और सार्वजनिक क्षेत्र के भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण के पास है।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय से जारी एक बयान में कहा गया है कि विकास शुल्क केवल 36 महीने के लिए अस्थायी रूप से लागू किया गया है और इसमें सभी लागू कर शामिल हैं।
बयान के अनुसार 31 अगस्त तक हवाई अड्डा विकास में लगी कंपनियां लागत का अंतिम ब्योरा पेश कर देंगी और उसके बाद सरकार अंतिम रूप से विकास शुल्क को निर्धारित करेगी।
हैदराबाद के नए हवाई अड्डे के घरेलू यात्रियों को 375 रुपये और विदेश के लिए उड़ान भरने वालों को 1000 रुपयों का अतिरिक्त शुल्क पिछले वर्ष के आरंभ से ही चुकाना पड़ रहा है।
सरकार ने पिछले महीने बेंगलुरू इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड को घेरलू यात्रियों से 260 रुपये और विदेश जाने वालों से 1000 रुपये का अतिरिक्त विकास शुल्क वसूलने की अनुमति दी थी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।