विकास दर 7.1 प्रतिशत रहने का सरकार का अनुमान (लीड-1)
सोमवार को जारी केंद्रीय सांख्यिकी संगठन (सीएसओ) के अनुमान के मुताबिक चालू वित्त वर्ष में तीनों प्रमुख क्षेत्रों कृषि, विनिर्माण और सेवा क्षेत्र में विकास की दर घटने की संभावना है।
विनिर्माण क्षेत्र में विकास की दर 8.2 फीसदी के मुकाबले 4.1 फीसदी, कृषि क्षेत्र में 4.9 फीसदी के मुकाबले 2.6 फीसदी और सेवा क्षेत्र में 10.9 फीसदी की तुलना में 9.6 फीसदी रहने का अनुमान है।
संगठन के अनुसार यह अनुमान कृषि और औद्योगिक उत्पादन, बजट में सरकारी खर्च के विश्लेषण और रेल, अन्य परिवहन, संचार, बैंकिंग और बीमा क्षेत्र के प्रदर्शन पर आधारित है।
सीएसओ के अनुसार इस वर्ष प्रति व्यक्ति आय 5.6 प्रतिशत बढ़कर 25,661 रुपये होने का अनुमान है। पिछले वर्ष प्रति व्यक्ति आय 7.6 प्रतिशत बढ़कर 24,295 रुपये हुई थी।
इन अनुमानों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए वित्त सचिव अरुण रामनाथन और योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया ने कहा कि यह अनुमान आशा के अनुरूप ही हैं।
मोंटेक सिंह ने कहा कि यह कोई आश्चर्य नहीं है, हम पहले ही इसके बारे में कहते रहे हैं। यह एक सकारात्मक विकास है।
भारतीय रिजर्व बैंक ने भी हाल में वैश्विक आर्थिक मंदी और मांग में कमी को देखते हुए देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में विकास की दर 7.5-8 फीसदी से घटकर सात फीसदी के स्तर पर आ जाने का अनुमान लगाया था।
इसके विपरीत अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष का मानना है कि वर्ष 2009 में भारत की विकास दर केवल 5.1 प्रतिशत रहने वाली है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।