देश के बैंकों पर क्षमता से अधिक बोझ : रिपोर्ट
औद्योगिक संगठन एसोचैम (एसोसिएटेड चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ऑफ इंडिया) और वैश्विक सलाहकार कंपनी 'अर्नेस्ट एंड यंग' द्वारा कराए गए संयुक्त अध्ययन में कहा गया है कि भारत और अन्य देशों के बैंकिंग परिदृश्य में काफी अंतर है।
रिपोर्ट के मुताबिक देश में जहां एक बैंक शाखा 16,129 लोगों को सेवा प्रदान कर रही है वहीं ब्रिटेन में एक शाखा 4,484, अमेरिका में 2,720, जापान में 3,968, हांगकांग में 4,545, जर्मनी में 1,945, फ्रांस में 1,587, कनाडा में 6,410 और सिंगापुर में 10,101 लोगों को सेवा प्रदान करती है।
रिपोर्ट में कहा गया है, "अधिक लोगों को सेवा उपलब्ध कराने के लिए भारतीय बैंकिंग प्रणाली में और अधिक शाखाओं की आवश्यकता है।"
उल्लेखनीय है कि देश में व्यावसायिक बैंकों की 61,000 शाखाएं, सहकारी ऋण संस्थाओं की 1,00,000 शाखाएं और 12,000 गैर बैंकिंग वित्तीय संस्थाएं हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 59 फीसदी लोगों के बैंकों में खाते हैं जबकि ब्रिटेन में 92 फीसदी लोगों के बैंक खाते हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।