भारत का रूसी कंपनी के साथ परमाणु ईंधन समझौता
मास्को, 8 फरवरी: रूस के सरकारी परमाणु ऊर्जा कारपोरेशन रोस्तम के एक प्रवक्ता ने कहा है कि रूस की परमाणु ईंधन उत्पादक कंपनी टीवीईएल भारत के परमाणु ऊर्जा संयंत्रों को ईंधन आपूर्ति कराने के लिए 78 करोड़ डॉलर का एक समझौता कर सकती है।
समाचार एजेंसी रिया नोवोस्ती के अनुसार यह सौदा हो जाने पर रूस ऐसा पहला देश होगा जो परमाणु आपूर्तिकर्ता देशों का प्रतिबंध हटने के बाद भारत को परमाणु ईंधन की आपूर्ति करेगा। भारत पर से यह प्रतिबंध गत छह सितम्बर को हटा लिया गया था।
प्रवक्ता ने शनिवार को कहा, "सौदे पर आगामी 11 फरवरी को मुंबई में हस्ताक्षर हो सकते हैं।" सौदे के अनुसार रूस भारत को 2,000 टन यूरेनियम की गोलियों की आपूर्ति करेगा।
गत दिसम्बर में फ्रांसीसी कंपनी अरेवा और भारतीय परमाणु ऊर्जा विभाग ने एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे जिसके तहत भारत के परमाणु रिएक्टरों के लिए 300 टन यूरेनियम की आपूर्ति होनी है। यह आपूर्ति अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी की निगरानी में होनी है।
यह ईंधन सौदा परमाणु क्षेत्र में भारत और रूस के बढ़ते सहयोग की दिशा में एक और कदम होगा।
मास्को और दिल्ली के बीच गत पांच दिसम्बर को एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे जिसके तहत कुडानकुलम परमाणु ऊर्जा संयंत्र में चार रिएक्टर स्थापित किए जाने हैं। एक सौदे के तहत यहां पहले से ही दो रिएक्टर स्थापित किए जा रहे हैं और भारत में नए परमाणु संयंत्रों का निर्माण होना है।
टीवीईएल दुनिया की प्रमुख परमाणु ऊर्जा निर्माता कंपनियों में से एक है। यह 13 देशों में 73 व्यावसायिक (वैश्विक बाजार का 13 फीसदी) और 30 शोध संबंधी रिएक्टरों को ईंधन की आपूर्ति करता है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।