बहु एजेंसी केंद्र को राज्यों से जोड़ा जाएगा : चिदंबरम (लीड-1)
एक संवाददाता सम्मेलन में चिदंबरम ने कहा कि एमसीए पूर्ण रूप से काम कर रहा है। सभी एजेंसियों ने इसमें अपने प्रतिनिधि नामांकित किए हैं और मुझे यह जानकर प्रसन्नता है कि सभी एजेंसियों ने इसे बहुत लाभदायक पाया है।
एमसीए की जिम्मेदारी खुफिया सूचनाओं को तत्काल सभी सुरक्षा एजेंसियों के बीच प्रसारित करने की है।
उन्होंने बताया कि केंद्र अब इस योजना के दूसरे चरण को आगे बढ़ा रहा है। इसके लिए एमएसी को राज्यों के एमएसी से जोड़ा जाएगा और राज्यों में इसकी विशेष शाखाएं स्थापित की जाएंगी। सरकार ने इसके लिए 147 करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैं।
चिदंबरम ने 30 नवंबर 2008 से गृहमंत्री का पद संभालने के बाद से उठाए गए अपने कदमों की विस्तार से जानकारी दी। इनमें मुंबई हमले के संबंध में पाकिस्तान को भेजे गए दस्तावेज की तैयारी, आतंरिक सुरक्षा पर मुख्यमंत्रियों की बैठक आयोजित करना, नक्सलवादी समस्या से ग्रस्त राज्यों के मुख्यमंत्रियों से अलग बैठक और गणतंत्र दिवस परेड को शांतिपूर्वक संपन्न कराना शामिल है।
उन्होंने कहा कि अर्धसैनिक बलों और खुफिया बलों के महानिदेशकों के वित्तीय अधिकार बढ़ाए गए हैं ताकि वे अपने संगठन के लिए वाहन, हथियार, उपकरण और कपड़े तुरंत खरीद सकें।
अर्धसैनिक बलों के लिए 20,000 बुलेट प्रूफ जैकेटों और सीमा सुरक्षा बल तथा केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के लिए 5.66 मिलीमीटर कारबाइन का आदेश दिया गया है। 1.84 अरब रुपये के इन सामानों की आपूर्ति अप्रैल तक हो जाएगी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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