अमेरिका मुस्लिम जगत का दोस्तः ओबामा
अमेरिका के राष्ट्रपति बाराक ओबामा ने कहा है कि मुस्लिम राष्ट्र अमेरिका को अपना दुश्मन न समझें। उन्होंने पारस्परिक सम्मान और आपसी हितों के आधार पर मुस्लिम देशों के साथ नई साझेदारी शुरू करने की बात कही।
दुबई के अल अराबिया टीवी नेटवर्क को दिए अपने इंटरव्यू में बराक ओबामा ने मुसलिम जगत को ख़ासतौर पर संबोधित किया।
ओबामा ने कहा कि वह जल्द ही किसी इस्लामिक देश की राजधानी से मुस्लिम जगत को सीधे संबोधित करेंगे। यह इंडोनेशिया हो सकता है, जहां ओबामा ने अपना बचपन बिताया था। यह भी खास बात है कि उन्होंने यह इंटरव्यू दुबई स्थित अल-अरबिया टीवी को दिया।
उन्होंने कहा कि जनता की बेहतरी के लिए अलग फलस्तीनी राज्य का गठन मुमकिन है। हालांकि उन्होंने इसकी कोई समयसीमा नहीं बताई। लेकिन कहा कि इस्त्राइल अमेरिका का अहम साझेदार बना रहेगा।
उन्होंने ईरानी नेताओं को भी बंद मुट्ठी खोलने की सलाह दी और कहा कि अगर आप जिद छोड़ देंगे तो अमेरिका हाथ मिलाने को तैयार है।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि मैं इराक में सैनिकों की संख्या कम करने पर ध्यान दूंगा ताकि इराकी लोग ज्यादा जिम्मेदारियां लेना शुरू कर सकें।
ग्वांतानामो जेल बंद करने के फैसले का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि निर्दोषों को मारने वाले आतंकवादी संगठनों से निपटने का हमारा नजरिया भले ही निर्णायक है, लेकिन हम इससे खुद अपनी शर्तों पर निपटेंगे और कानून के शासन का सम्मान करेंगे।
ओबामा ने अल कायदा सुप्रीमो ओसामा बिन लादेन को कड़ा संदेश देते हुए कहा कि उसके विचार खोखले हैं। ओसामा ने ऐसा कुछ नहीं किया, जिससे मुस्लिम जगत में किसी बच्चे को बेहतर शिक्षा या स्वास्थ्य मिली हो। मुसलमानों को इसका अहसास हो गया है कि अल कायदा के तौर-तरीकों से उन्हें सिर्फ विनाश ही मिला है।