कान्हा में बाघ की मौत
भोपाल 19 जनवरी (आईएएनएस) मध्यप्रदेश के बाघ संरक्षित राष्ट्रीय उद्यान कान्हा में एक बाघ की मौत हो गई है। उसका शव रविवार को बरामद किया गया। बाघ की मौत आपसी संघर्ष के कारण हुई, ऐसा बताया जा रहा है। उसके शरीर पर चोट के कई निशान हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक कान्हा राष्ट्रीय उद्यान के किसली रेन्ज में मृत बाघ पाया गया। उसकी गर्दन पर दांत के निशान हैं और शरीर के अन्य हिस्सों में भी चोट के कई निशान हैं।
राष्ट्रीय उद्यान के संचालक आऱ पी़ सिंह ने आईएएनएस को बताया कि बाघ के शव को देखकर लगता है कि उसका किसी अन्य बाघ से संघर्ष हुआ होगा। मृत बाघ की आयु लगभग चार साल थी। सिंह बताते हैं कि पहले भी इस तरह की कई घटनाएं घट चुकी हैं।
सिंह ने बाघ के शिकार की आशंका को खारिज किया है। उनका कहना है कि अमूमन बाघ का शिकार उसकी खाल एवं अंगों के लिए किया जाता है। लेकिन मृत बाघ की खाल व उसके सभी अंग सलामत हैं। सिंह ने बताया कि शव देखकर लगता है कि उसकी मौत तीन-चार दिन पहले हुई होगी।
वन्य प्राणी विशेषज्ञ मनीष भटनागर का कहना है कि बाघों के मिलन का मौसम चल रहा है। ऐसी स्थिति में जब एक बाघ दूसरे बाघ की सीमा में प्रवेश कर जाता है तो उनमें संघर्ष हो जाता है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।