सत्यम के सीईओ राजू ने दिया इस्तीफा
नई दिल्ली, 7 जनवरी: देश की चौथी बड़ी सॉफ्टवेयर एक्सपोर्टर कंपनी सत्यम के चेयरमैन रामलिंगा राजू ने कंपनी के बोर्ड से इस्तीफा दे दिया।
राजू ने अपना इस्तीफा देते हुए यह बात कही है कि कम्पनी के प्रबंधन में धोखाधड़ी काफी साल पहले शुरू हुआ। लेकिन कम्पनी के बोर्ड ने बैलेंसशीट में धोखाधड़ी की जानकारी होने से इंकार किया है।
राजू तब तक बोर्ड के चेयरमैन पद पर बने रहेंगे जब तक बोर्ड का एक्सपेंशन नहीं हो जाता। राजू ने अपने इस्तीफे के लिए कंपनी के शेयरधारकों से माफी मांगी है। इस्तीफे की खबर के बाद कंपनी के शेयरों में 36 परसेंट तक की गिरावट देखने को मिली है। कंपनी के शेयर गिरकर 116 रुपये पर आ गए हैं।
राजू ने कंपनी के बोर्ड के डायरेक्टर्स को एक चिट्ठी भी लिखी है। इसमें कंपनी की बैलंस शीट का ब्योरा दिया गया है। राजू ने कम्पनी की बैलेंस शीट में दिखाए गए 5,040 करोड़ रुपए के मुनाफे और 376 करोड़ रुपए की आय को दिखावा बताया
गौरतलब है कि मेटास से सौदे के बाद सत्यम और रामलिंगा राजू के बुरे दिन शुरू हो गए। मेटास खरीदने के फैसले पर सत्यम को आखिरकार वही करना पड़ा, जो निवेशक चाहते थे। अपने ही परिवार की बनाई दो कंपनियों मेटास इंफ्रा और मेटास प्रॉपर्टीज को खरीदने के फैसले के 12 घंटों के अंदर सत्यम ने कहा कि ये खरीदारी नहीं होगी।
दरअसल अपने प्रमोटर और चेयरमैन रामालिंगा राजू के परिवार द्वारा स्थापित दो कंपनियों को 1.6 अरब डॉलर में खरीदने की घोषणा कर सत्यम कम्प्यूटर सविर्सेज ने शेयरधारकों की नाराजगी मोल ली। इस एलान के बाद कंपनी को लचर कॉरपोरेट प्रशासन के आरोपों पर सफाई भी देनी पड़ी।
लेकिन जब न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज में कंपनी के एडीआर 55 परसेंट लुढ़क गए तो कंपनी के पास डील को कैंसिल करने के अलावा कोई उपाय नहीं बचा।
बीबीसी
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