पशुपतिनाथ मंदिर अब प्रतिबंधित क्षेत्र
17 वीं सदी के इस मंदिर मंदिर के प्रबंधन न्यास ने यह घोषणा मंगलवार को की। इस घोषणा के बाद अब इस इलाके में रैली, प्रदर्शन और संवाददाता सम्मेलनों पर रोक लगा दी गई है। सोमवार को स्थानीय लोगों और नेपाली कांग्रेस की युवा शाखा 'नेपाल तरुण दल' भी इस विवाद में शामिल हो गये हैं।
तरुण दल के प्रमुख महेंद्र यादव ने कहा कि वे आस्था के लिए संघर्ष करने को तैयार हैं। प्रदर्शनकारियों ने मंदिर जाने वाले रास्तों को जाम कर दिया, टायर जलाए और वाहनों पर पत्थरबाजी की। इस मार्ग से गुजरने वाली कई कारें क्षतिग्रस्त हो गईं।
यह प्रदर्शन रविवार को मंदिर के अंदर माओवादी पार्टी के समर्थकों द्वारा राजभंडारियों पर किए गए कथित हमले के विरोध में किए गए।
नेपाल के आम नागरिकों के तीन अलग-अलग समूहों ने नेपाल सर्वोच्च न्यायालय में एक याचिका दायर कर नए पुजारियों की नियुक्ति को अवैधानिक बताते हुए नियुक्तियां स्थगित करने की अपील की है।