जमात उद दावा: नाम बदला काम नहीं
मुंबई हमलों के बाद संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने पाकिस्तान स्थित जमात उद दावा पर प्रतिबंध लगा दिया था, लेकिन खुफिया सूत्रों की मानें तो यह संगठन अभी भी सक्रिय है और वो भी नये नाम 'तहरीक-ए-हुर्मत-ए-रसूल' से।
खुफिया विभाग के मुताबिक अपना नाम बदलकर यह संगठन सिर्फ प्रतिबंधों से बचने के प्रयास कर रहा है।
खुफिया सूत्रों के मुताबिक स्वयं भी लश्कर-ए-तोइबा का बदला हुआ रूप है। जमात ने अपना नाम बदले जाने के संकेत उस वक्त मिले जब इस संगठन ने पाकिस्तान में तहरीक-ए-हुर्मत-ए-रसूल (टीएचआर) के बैनर तले एक रैली निकाली।
भारत के विदेश सचिव शिवशंकर मेनन ने आकाशवाणी को एक साक्षात्कार में कहा कि जमात-उद-दावा ने अपना नया नाम रख लिया है। संगठन की वेबसाइट भी अब तक अपडेट होती रही है।
जमात उद दावा तालीम और तथाकथित खैरात के नाम पर विभिन्न अवैध गतिविधियों को अंजाम दे रहा है। इसके बावजूद पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय कानूनों को ताक पर रखकर पाकिस्तान इसके खिलाफ कोई ऐक्शन नहीं ले रहा।
मेनन के मुताबिक कथित तौर पर नजरबंद जमात के मुखिया हाफिज मोहम्मद सईद के बारे में बताया जा रहा है कि वह अपनी हरकतों में लगा हुआ है।