मुंबई हमले के जवाब में सभी विकल्प खुले : प्रणब (लीड-1)
मुखर्जी ने समाचार चैनल एनडीटीवी को दिए एक साक्षात्कार में कहा, "हमने अपने सभी रास्ते खुले रखे हैं। भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध कोई मुद्दा नहीं है। मुद्दा यह है कि पाकिस्तान की धरती से संचालित हो रहे आतंकवाद से कैसे निपटा जाए।"
उपमहाद्वीप में युद्ध की आशंका बढ़ने के संबंध में पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में मुखर्जी ने कहा कि हमने कोई युद्धोन्माद नहीं फैलाया। हमने तनाव को नहीं बढ़ाया, इसलिए उसे घटाने का सवाल ही नहीं है।
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान ने मंगलवार को भारत से अपने अग्रिम हवाई ठिकानों पर अक्रामक गतिविधियां रोकने और सेना को शांतिकाल की स्थिति में लौटाने का आग्रह किया था।
विदेश मंत्री प्रणब मुखर्जी ने यह भी कहा कि अमेरिकी खुफिया एजेंसी एफबीआई ने मुंबई हमले के संबंध में पाकिस्तान को पर्याप्त सबूत दिए हैं और अब पाकिस्तान को उन पर कार्रवाई करना है।
मुखर्जी ने एनडीटीवी से कहा, "हमें बताया गया है कि एफबीआई के पास मजबूत सबूत हैं, जो उसने पाकिस्तान को दिए हैं। पाकिस्तान सरकार को इस पर कार्य करना चाहिए और मुंबई हमले के जिम्मेदार लोगों को हमें सौंप देना चाहिए।"
उन्होंने कहा कि मुंबई हमले के जिम्मेदार तीन सरगनाओं-दाऊद इब्राहिम, जैश-ए-मुहम्मद प्रमुख मौलाना मसूद अजहर और लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर जकी उर-रहमान लखवी को भारत को सौंपने के लिए किसी प्रत्यपर्ण संधि की आवश्यकता नहीं है।
एक प्रश्न के उत्तर में प्रणब ने कहा कि मुंबई हमले के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पाकिस्तान पर डाले गए अमेरिकी दबाव का कोई ठोस नतीजा नहीं निकला है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।