आब घर बनाना हुआ 10-20 फीसदी सस्ता
मकान बनाने के लिए तीन अहम चीजें सीमेंट, सरिया और ईट की कीमतों में पहले की तुलना में आई गिरावट की वजह से यह संभव हो पाया है। निर्माण लागत में कमी से होने वाली 10-12 फीसदी की बचत आपके मकान में पुताई व बिजली फिटिंग अथवा फर्श के खर्च को बचा सकती है।
सिविल इंजीनियर और कंस्ट्रक्शन विशेषज्ञ एल.एल. जैन का कहना है 6 महीने पहले सीमेंट, सरिए और ईट के भाव चढ़ गए थे, जिसकी वजह से निर्माण लागत काफी बढ़ गई थी। गुप्ता के मुताबिक, कुल निर्माण लागत में सरिया का खर्च करीब 15 फीसदी तक होता है जबकि सीमेंट का 8-10 फीसदी हिस्सा होता है। इसी तरह ईट पर भी कुल निर्माण लागत का 6-7 फीसदी खर्च आता है।
आर्किटेक्ट और टाउन-प्लानर अजय अग्रवाल का कहना है कि गत मई-जून में प्रति 50 किलोग्राम बोरी सीमेंट के भाव 240-250 रुपए तक पहुंच गए थे। अब यह भाव गिरकर फिर से 215-225 के स्तर पर आ गए हैं यानी सीमेंट के भाव में 10-12 फीसदी की गिरावट आई है।
इसी तरह निर्माण में इस्तेमाल होने वाले सरिए का भाव भी गत अक्टूबर-नवंबर में 48 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गया था। इसमे भी लगातार गिरावट आ रही है। दिसंबर में सरिया 32-34 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर पर आ गया है।
दिल्ली में कंस्ट्रक्शन मैटिरियल के सप्लायर विपिन मुंडका का कहना है कि 6 महीने पहले दिल्ली व एनसीआर में जो निर्माण लागत औसतन 9000-1000 रुपये प्रति वर्गफीट तक पहुंच गई थी, गिरकर 7000-8000 रुपये प्रति वर्ग फीट हो गई है। उदाहरण के तौर पर चार-पांच महीने पहले जिस मकान की निर्माण करीब 10 लाख रुपए थी, फिलहाल निर्माण करने पर सिर्फ सरिये की कीमतों में कमी से ही 50-60 हजार रुपए की बचत हो सकती है। सीमेंट की कीमतें घटने से ही भी 20 हजार रुपए तक की बचत हो सकती है।