'प्रमुख आईटी कंपनियां वित्तीय संकट में'
अमेरिका और अन्य विकसित देशों में आए वित्तीय संकट ने देश की आईटी कंपनियों को प्रभावित किया है। वर्ष 2008 में देश की प्रमुख आईटी कंपनियों टीसीएस, इंफोसिस और विप्रो को कठिनाई का सामना करना पड़ा।
संकट से निकलने के लिए ये कंपनियां प्रति घंटे के हिसाब से भुगतान न लेकर एकमुश्त सौदे करने पर जोर दे रही हैं।
आईटी क्षेत्र पर नजर रखने वाली कंपनी साइबर मीडिया के मुताबिक मौजूदा वित्त वर्ष में आईटी खंड की विकास दर में गिरावट रहेगी। ऐसा दुनिया भर की कंपनियों द्वारा अपना आईटी खर्च कम करने के कारण हुआ है।
गौरतलब है कि सॉफ्टवेयर कंपनियों की संस्था नासकॉम ने इस साल 21 से 24 फीसदी राजस्व आय होने का अनुमान लगाया है, जबकि इस साल इसकी आय 28 फीसदी रही।
नासकॉम के अध्यक्ष सोम मित्तल के मुताबिक कंपनियों की अनुमानित विकास दर की जनवरी में पुनरीक्षा की जाएगी। उस समय तक सदस्य कंपनियों के पास नवीनतम आंकड़े मौजूद रहेंगे।
उन्होंने कहा कि मध्य दिसम्बर तक अपने पूर्वानुमानों का परीक्षण होना था, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। विभिन्न कंपनियां अभी भी स्थितियों का आकलन करने में लगी हैं।
इस बीच देश की 20 प्रमुख आईटी कंपनियों के प्रदर्शन के आकलन से पता चला है कि 28 फीसदी की विकास दर हासिल कर पाना शायद संभव नहीं हो पाएगा। अगले वित्तीय वर्ष की तीसरी तिमाही तक आर्थिक मंदी बरकरार रहने का अनुमान है।