चंद्रयान ने खोजा चांद पर लोहा
यह लौह अयस्क चांद के पूर्वी बेसिन के पश्चिमी भाग में मौजूद है। चांद पर खनिज का पता लगाने वाले नेशनल एरोनाटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) के मून मिनरलाजी मैपर (एम-3) नामक यंत्र ने इसकी तस्वीरें भेजी हैं।
एम-3 के प्रधान जांचकर्ता कार्ले पीटर्स ने इस बारे में जानकारी दी। अमेरिकी वैज्ञानिक पीटर्स ने बताया कि इन तस्वीरों के विश्लेषण से लोहे की मौजूदगी वाले पाइरोक्सिन जैसे पदार्थ की प्रचूर मात्रा का पता चला है।
पीटर्स ने बताया कि ताप उत्सर्जित करने वाली प्रकाश की सिंगल वेबलेंथ से तस्वीर ली गई। इससे इस क्षेत्र की सतह की प्रकृति व बनावट के बारे में नई व विस्तृत जानकारी मिली।
चंद्रयान-1 को गत 22 अक्टूबर को भेजा गया था। यह यान चंद्रमा की कक्षा में सौ किलोमीटर की ऊंचाई पर अगले दो सालों तक चक्कर लगाता रहेगा।
पीटर्स ने कहा कि एम-3 ने हमें पूरे चांद की बनावट के बारे में ऐसी विस्तृत जानकारी दी जिसके बारे में हमें अब तक बिल्कुल पता नहीं था। उन्होने उम्मीद जतायी है कि चंद्रयान आगे भी कई रहस्य खोलेगा।