गूगल अर्थ से जयादा कारगर होगा 'भुवन'
भुवन के मार्च तक तैयार होने के बाद इसे इंटरनेट पर उपलब्ध कराने के लिए भारत सरकार से अनुमति मांगी जाएगी। इसरो का कहना है कि गूगल के मुकाबले भुवन में ज्यादा अपडेट और हाई रेज़ल्यूशन तस्वीरें होंगी।
इसरो के मुताबिक, भुवन से मिली तस्वीरों का आपदा प्रबंधन और मिलिट्री ऑपरेशनों समेत कई स्थितियों में कारगर इस्तेमाल हो सकेगा। हालांकि सुरक्षा के मद्देनजर इसे इंटरनेट पर उपलब्ध कराया जाना तय नहीं हुआ है।
हालांकि कहा जा रहा है कि ऐहतियात के साथ भुवन को इंटरनेट पर उपलब्ध कराया जा सकेगा। इसरो के जियो इन्फर्मेटिक्स डेटा डिविजन के प्रमुख एसके पठान ने बताया कि गूगल अर्थ एक मीटर से भी कम की दूरी को तो दर्शा रहा है, लेकिन भुवन पांच मीटर की दूरी तक की जो तस्वीरें देगा, उसका इस्तेमाल किसी भी समय कार्रवाई के लिए किया जा सकेगा।
भुवन से मिले डाटा से बाढ़ राहत कार्य, तूफान के बाद की स्थिति से लेकर शहरी योजना और इन्फ्रास्ट्रक्चर से जुड़ी डिवेलपमंट ऐक्टिविटी में मदद मिलेगी।