अंतुले के बयान व बीमा विधेयक पर संसद के दोनों सदनों में हंगामा (राउंडअप)
लोकसभा में प्रश्नकाल के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और शिवसेना के सदस्यों ने अंतुले के बयान का मुद्दा उठाया। प्रश्नकाल समाप्त होने के थोड़ी ही देर बाद भाजपा के सदस्य अध्यक्ष के आसन के पास आ गए। इन सदस्यों ने जमकर नारेबाजी और शोर-शराबा किया। हंगामा बढ़ता देख लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी ने सदन की कार्यवाही दोपहर एक बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
दोपहर एक बजे सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो वही आलम रहा। विपक्षी सदस्य फिर अध्यक्ष के आसन के समीप आ गए और नारेबाजी करने लगे। इसी बीच जीवन बीमा निगम (संशोधन) विधेयक को सदन में पेश किए जाने से पहले मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के बासुदेव आचार्या ने मत विभाजन की मांग की। मत विभाजन के बाद हंगामा जारी रहने के कारण अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी। दो बजे भी हंगामा जारी रहा और 10 मिनट के अंदर ही चटर्जी ने सदन की कार्यवाही तीन बजे तक स्थगित कर दी।
तीन बजे लोकसभा उपाध्यक्ष चरणजीत सिंह अटवाल ने सदन का संचालन किया। उन्होंने भाजपा के संतोष गंगवार को बोलने का मौका दिया। गंगवार का भाषण खत्म होते ही फिर हंगामा शुरू हो गया और भाजपा सदस्य फिर से अध्यक्ष के आसन के पास आ गए। हंगामे के बीच ही उपाध्यक्ष ने सूचना प्रौद्योगिकी संशोधन विधेयक और उच्चतम न्यायालय (न्यायाधीश संख्या) संशोधन विधेयक को पारित करवाया। हंगामा जारी देख उपाध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दी।
उधर, राज्यसभा में भी अंतुले के बयान तथा बीमा विधेयक पर विपक्षी भाजपा व माकपा के सदस्यों के भारी हंगामा मचाया, जिसके कारण अपराह्न् तीन बजे सदन की कार्यवाही मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दी गई।
दिन में तीन बार कार्यवाही स्थगित किए जाने के बाद संसद का ऊपरी सदन जैसे ही तीन बजे बैठा, विपक्षी सांसदों ने अंतुले के मुद्दे पर फिर हंगामा शुरू कर दिया। इस पर सदन में कार्यवाही की अध्यक्षता कर रहे उपसभापति के. रहमान खान ने दिनभर के लिए सदन को स्थगित कर दिया।
इस मुद्दे पर राज्यसभा को सुबह दो बार स्थगित करना पड़ा था। लंच के बाद फिर सदन को स्थगित करना पड़ा, जबकि दोपहर में बीमा विधेयक पर सत्ता पक्ष के सांसदों व विपक्षी सांसदों के बीच नोक झोंक के बाद सदन को स्थगित करना पड़ा।
हालांकि विदेश मंत्री प्रणब मुखर्जी ने भरोसा दिलाया कि मंगलवार को सदन स्थगित किए जाने से पहले सरकार अंतुले के मुद्दे पर बयान जारी कर देगी, लेकिन इसके बाद भी विपक्षी सदस्यों ने सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से नहीं चलने दी।
बहरहाल, हंगामे के बीच भारत में दक्षिण एशियाई विश्वविद्यालय स्थापित करने संबंधी विधेयक, विनियोजन विधेयक व अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति अधिनियम में संशोधन संबंधी एक विधेयक को सदन ने ध्वनिमत से पारित कर दिया।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।