प्रधानमंत्री करेंगे शिलांग में विज्ञान कांग्रेस का उद्घाटन
शिलांग, 22 दिसम्बर (आईएएनएस)। भारतीय विज्ञान कांग्रेस (आईएससी) का तीन जनवरी से यहां होने वाले आयोजन में मुख्य रूप से समृद्ध जैव विविधता, आपदा प्रबंधन व पारंपरिक ज्ञान जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होगी। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह इस वार्षिक विज्ञान सभा का उद्घाटन करेंगे।
पिछले 96 वर्षो के दौरान यह पहला मौका है, जब पूर्वोत्तर क्षेत्र में मेघालय की राजधानी शिलांग में यह सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है।
नार्थ-ईस्टर्न हिल युनिवर्सिटी (एनईएचयू), आईएससी के इस पांच दिवसीय सम्मेलन की मेजबानी करेगा। आईएससी की शुरुआत वर्ष 1914 में हुई थी।
एनईएचयू के कुलपति प्रमोद टंडन ने आईएएनएस को बताया, "चूंकि इस क्षेत्र में विज्ञान कांग्रेस पहली बार आयोजित किया जा रहा है, लिहाजा इसका अपना महत्व है। इस क्षेत्र की संस्कृति व जैवविविधता तो संपन्न है ही, यहां वैश्विक स्तर पर एक जीन केंद्र भी है।"
टंडन ने कहा, "आईएससी वर्ष 1914 से ही देशी व विदेशी वैज्ञानिकों को बातचीत का एक मंच मुहैया करा रहा है। यह मंच तभी से वैज्ञानिकों को समाज की भलाई हेतु विज्ञान के विकास के लक्ष्य जैसी सामूहिक उपलब्धि हासिल करने में मदद कर रहा है।"
देश व देश के बाहर के वैज्ञानिक, अभियंता व प्रौद्योगिकी विशेषज्ञ बड़ी संख्या में इस सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। सम्मेलन में चर्चा का विषय होगा 'विज्ञान शिक्षा व शोध में गुणवत्ता के लिए प्रतिभा का आकर्षण'।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।