जर्मनी में रेड आर्मी फैक्शन का सरगना रिहा
समाचार एजेंसी डीपीए के मुताबिक शुक्रवार सुबह ही स्टटगार्ट के निकट ब्रुचसल जेल में 26 वर्ष की सजा काटने के बाद क्लार रिहा हो गया। उसके वकील हेंज-जुएर्गन स्केनिडर का कहना है कि उनका मुवक्किल मीडिया को कोई साक्षात्कार नहीं देगा।
दरअसल, क्लार को राजधानी बर्लिन के एक थियेटर मालिक क्लाउस पेयमान ने प्रशिक्षु टेक्नीशियन की नौकरी का विवादास्पद प्रस्ताव दिया था। स्केनिडर का कहना है कि अभी यह साफ नहीं हैं कि क्या यह प्रस्ताव कंपनी की ओर से दिया गया था।
क्लार पर एक उद्योगपति समेत नौ लोगों की हत्या का आरोप है। उसकी रिहाई को लेकर जर्मनी दो हिस्सों में बंट गया है। वहां के वामपंथी अल्पसंख्यक क्लार और आरएफ से प्रभावित हैं।
दूसरी ओर जर्मनी में कई का मानना है कि क्लार ने अपनी करतूतों के लिए कभी भी माफी नहीं मांगी। ऐसे में उसके लिए 26 वर्ष की सजा पर्याप्त नहीं है।
एक वर्ष पहले जर्मनी के राष्ट्रपति होर्स्ट कोएलर ने भी क्लार से जेल में मुलाकात की थी लेकिन उसको माफी देने से इंकार कर दिया था। आरएएफ संगठन वर्ष 1998 में भंग हो गया था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।