अंतुले के इस्तीफ़े पर अटकलें

जहाँ समाचार एजेंसियों ने उच्च स्तरीय सूत्रों के हवाले से अंतुले के अपना इस्तीफ़ा प्रधानमंत्री को सौंपने की बात कही है, वहीं अंतुले ने इस पर कहा है - "मैं न तो इसकी पुष्टि करता हूँ और न ही इसका खंडन करता हूँ."
बुधवार को 79-वर्षीय अंतुले ने मीडिया को बयान दिया था जिसमें उन्होंने मुंबई आतंकवाद निरोधक दस्ते के प्रमुख हेमंत करकरे की मौत की परिस्थितियों पर हैरानी जताई थी.
उन्होंने कहा था, "मेरी समझ में नहीं आया कि मुंबई में हुए चरमपंथी हमलों के दौरान आतंकवाद निरोधक दस्ते के प्रमुख हेमंत करकरे समेत तीन बड़े पुलिस अधिकारी ताज या ऑबराय होटलों की तरफ़ जाने की जगह उस ओर क्यों जा रहे थे जहाँ कुछ हो ही नहीं रहा था."
समझ में नहीं आया कि तीन बड़े पुलिस अधिकारी ताज या ऑबराय होटलों की तरफ़ जाने की जगह उस ओर क्यों जा रहे थे जहाँ कुछ हो ही नहीं रहा था.... इस पूरे मामले की जाँच होनी चाहिए एआर अंतुले
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उन्होंने ये भी कहा कि जो कोई भी सच्चाई तक पहुँचने की कोशिश कर रहा होता है, वह मौत का शिकार क्यों बन जाता है.
संसद में हंगामा
अंतुले के बयान पर आपत्ति जताते हुए भाजपा ने कहा था - "हम प्रधानमंत्री से ये जानना चाहते हैं कि क्या ये अंतुले जी के व्यक्तिगत विचार हैं या फिर ये पूरे मंत्रिमंडल की सोच है. इस पर प्रधानमंत्री को बयान देना चाहिए."
इसके बाद इस मामले पर संसद में ख़ासा हंगामा हुआ था जो गुरुवार को भी जारी रहा. अंतुले ने कहा था कि वे केवल आला अधिकारियों की मौत की परिस्थितियों के बारे में हैरान हैं और चाहते हैं कि इस घटना की जाँच हो.
अंतुले ने संसद के बाहर कहा - "मेरी सोनिया गांधी या मनमोहन सिंह से कोई मुलाकात नहीं हुई है...मुझे किसी को कोई स्पष्टी करण नहीं देना है."
लेकिन उन्होंने शुक्रवार को ये भी कहा था कि यदि उनके बयान से पार्टी या सरकार शर्मिंदा हुई है तो वे अपने पद से इस्तीफ़ा देने के लिए तैयार हैं.
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