खालिदा के बेटे ने अवैध रूप से धन जमा कराया
आयोग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को घोषणा की कि सिंगापुर के भ्रष्टाचार निरोधक विभाग ने यह जानकारी उपलब्ध कराई है। दैनिक 'डेली स्टार' की शुक्रवार को प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार आयोग ने कोको द्वारा किए गए लेन-देन के ब्यौरे की जांच करने का जिम्मा एक अधिकारी को सौंपा है।
आयोग के महानिदेशक (प्रशासन) कर्नल हनीफ इकबाल ने मीडिया को बताया कि सिंगापुर के एक बैंक में कोको ने कुछ राशि अपने खिलाफ आरोप लगने के बाद जमा करवाई।
पैसों का यह लेन-देन 2005 से हो रहा है जब खालिदा बांग्लादेश की प्रधानमंत्री थीं। कोको ने यह राशि जेडएएसजेड ट्रेडिंग एंड कंसल्टिंग प्राइवेट लिमिटेड नाम की अपनी एक फर्म में जमा करवाई।
उन्होंने कहा कि अनिवासी विदेशी सिंगापुर में कोई कंपनी नहीं खोल सकते और उन्हें इसके लिए सिंगापुर एजेंट की जरूरत पड़ती है।
सिंगापुर सरकार ने हाल में जेडएएसजेड के खाते में लेन-देन पर रोक लगा दी और जरूरी दस्तावेज आयोग के पास भिजवा दिए। आयोग कोको के खिलाफ तीन मामले पहले ही दर्ज करवा चुका है।
पेशे से व्यापारी कोको को भ्रष्टाचार के आरोपों की वजह से कई महीने जेल में बिताने पड़े थे और उसके बाद उन्हें इलाज के लिए सिंगापुर जाने की इजाजत दी गई थी। खालिदा के बड़े पुत्र एवं राजनीतिज्ञ तारिक को जेल की सजा के दौरान रीढ़ की हड्डी में तकलीफ हो गई।
खालिदा के दोनों पुत्रों को देश में जारी चुनाव प्रक्रिया से दूर रखा गया है। उधर खालिदा अपने भाषणों में मतदाताओं से भावुक अपील करते हुए कह रही हैं कि वर्तमान कार्यवाहक सरकार की राजनीतिक वैमनस्य की नीति ही उनके पुत्रों के गिरते स्वास्थ्य और इलाज में हुए विलंब के लिए उत्तरदायी है।
बांग्लादेश में इस महीने की 29 तारीख से चुनाव होने जा रहे हैं और खालिदा अपने प्रचार में कार्यवाहक सरकार और निर्वाचन आयोग दोनों को निशाना बना रही हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।