जूता प्रकरण पर कोई कड़ुवाहट नहीं : व्हाइट हाउस
समाचार एजेंसी डीपीए के अनुसार, व्हाइट हाउस की प्रवक्ता डाना पेरिनो के मुताबिक, "राष्ट्रपति के मन में उस घटना को लेकर कोई कड़ुवाहट नहीं है।"
रविवार को बगदाद में जब बुश इराक के प्रधानमंत्री नूरी अल मलिकी के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे तभी अल-बगदादिया चैनल के एक संवाददाता उन पर जूते फैंक कर सनसनी फैला दी थी। बुश दोनों ही बार थोड़ा झुक गए और एक भी जूता उन्हें नहीं लगा लेकिन हमलावर पत्रकार को उसके साथी पत्रकारों और सुरक्षाकर्मियों ने दबोच लिया।
मुंतजिर अल-जैदी नाम के इस पत्रकार की बुधवार को अदालत में पेशी होगी। पेरिनो ने पत्रकार के बारे में कहा, "जाहिर तौर पर वे बहुत नाराज होंगे।"
पेरिनो ने कहा, "राष्ट्रपति का मानना है कि इराक एक संप्रभु और लोकतांत्रिक राष्ट्र है और ऐसी घटना पर कार्रवाई करने के लिए उसके पास कोई प्रक्रिया होगी।"
अगले वर्ष जनवरी में पद मुक्त होने जा रहे बुश की बतौर राष्ट्राध्यक्ष यह आखिरी इराक यात्रा थी। अरब संस्कृति में जूते को बेहद अपवित्र माना जाता है।
पेरिनो ने कहा कि राष्ट्रपति अपनी खुफिया सेवा के योगदान से संतुष्ट हैं। उन्होंने कहा, "राष्ट्रपति का मानना है कि वह महज जूता था, लोग खुद को अलग-अलग तरीके से अभिव्यक्त करते हैं।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस