उड़ीसा में लेखक की गिरफ्तारी पर मानवाधिकार आयोग ने मांगी रिपोर्ट
'निशान' नामक त्रैमासिक पत्रिका के संपादक लेनिन कुमार को उनकी पुस्तक 'धर्म नारे कंधमालारे रक्तारा बान्या' (धर्म के नाम पर कंधमाल में खून की नदी) के लिए पिछले 7 दिसंबर को गिरफ्तार किया गया था। इस पुस्तक में हिंदुओं को हिंसा के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है।
आयोग सूत्रों के मुताबिक कुमार की पत्नी रुमिता कुंडू ने मंगलवार को आयोग में एक याचिका दायर करते हुए अपने पति की गिरफ्तारी को मानवाधिकारों का उल्लंघन बताया था।
कुंडू की इस याचिका पर न्यायमूर्ति आर.के. पात्रा की अध्यक्षता वाले आयोग ने मंगलवार को राज्य सरकार को नोटिस जारी किया।
पुलिस ने कुमार की किताब को उकसाने वाला और सांप्रदायिक सौहार्द्र बिगाड़ने वाला बताया था।
इस किताब के प्रकाशन व वितरण में मदद करने के आरोप में गिरफ्तार दो अन्य व्यक्ति भी भुवनेश्वर के एक कारागार में बंद हैं। उनकी जमानत याचिकाएं खारिज कर दी गईं थीं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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