कर वसूली में 30 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी
दुनियाभर में आर्थिक मंदी और भारत पर इस मंदी का असर पड़ने की आशंकाओं के बीच प्रत्यक्ष कर वसूली में पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले करीब 30 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई लेकिन अप्रत्यक्ष करों में यह वृद्धि कमजोर पड़कर 7.5 प्रतिशत तक रह गई।
अप्रत्यक्ष करों की वृद्धि में सेवाकर वसूली के आंकडे शामिल नहीं है। सेवाकर वसूली के आंकड़े एक महीने देरी से प्राप्त होते हैं। सितंबर 2008 तक सेवाकर वसूली 29 प्रतिशत बढ़कर 29867 करोड़ रुपए रही है।
अप्रैल से अक्टूबर तक के सात महीनों में 166905 करोड़ रुपये की प्रत्यक्ष कर वसूली रही है जबकि सेवाकर को छोड़ 131943 करोड़ रुपये अप्रत्यक्ष करों की मद में वसूल किए गए हैं।
कुल मिलाकर इन सात महीनों में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष करों की वसूली 298848 करोड़ रुपये रही है जो कि बजट में पूरे साल के लिए अनुमानित 685939 करोड़ रुपये के तुलना में 44 प्रतिशत तक रही है। सितंबर तक के सेवाकर आंकडे भी यदि इसमें जोड़ लिये जायें तो यह करीब 48 प्रतिशत तक बैठती है।