अफगानिस्तान को लेकर प्रतिबद्ध है अमेरिका : बुश (लीड-2)
समाचार एजेंसी डीपीए के अनुसार इस यात्रा के दौरान बुश अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई और यहां तैनात अमेरिकी सैनिकों से मुलाकात करेंगे। यात्रा का विस्तृत ब्यौरा गुप्त रखा गया है क्योंकि यहां स्थानीय और विदेशी सेनाएं तालिबान और अल कायदा के आतंकवादियों से जूझ रही हैं।
बुश ने कहा कि वे एक शांत, समृद्ध और लोकतांत्रिक मूल्यों में विश्वास रखने वाले अफगानिस्तान का निर्माण होते देखना चाहते हैं और इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि इसमें कितना लंबा समय लगेगा। उन्होंने कहा कि वे हमेशा अफगानिस्तान की जनता का साथ देंगे।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2001 में बुश के आदेश पर ही अमेरिकी नेतृत्व वाली सेना ने अफगानिस्तान में सत्ता पर काबिज तालिबान को अपदस्थ किया था।
काबुल के निकट बगराम हवाई अड्डे पर अमेरिकी सैनिकों के साथ बातचीत में बुश ने स्वीकार किया, "अफगानिस्तान में लोकतंत्र की स्थापना का काम कठिन और कष्टसाध्य था लेकिन हम आने वाली पीढ़ियों के लिए शांतिपूर्ण बुनियाद रखना चाहते थे।"
इससे पहले बुश इराक गए थे जहां एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान एक इराकी पत्रकार ने उन पर जूते फेंक कर और अपशब्द कहकर सनसनी फैला दी थी।
बुश वहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे तभी एक इराकी पत्रकार ने उन पर जूते फेंके और उन्हें अपशब्द कहे। बगदादिया टेलीविजन के इस पत्रकार को इराकी सुरक्षा अधिकारी और अमेरिकी खुफिया विभाग के एजेंट सम्मेलन कक्ष से बाहर ले गए।
समाचार एजेंसी के अनुसार संवाददाता ने अपने दोनों जूते बुश की ओर फेंके लेकिन उनमें से कोई बुश को नहीं लगा। बुश ने माहौल को हल्का बनाने की कोशिश में कहा कि वे बता सकते हैं कि उनकी ओर फेंके गए जूते 10 नंबर के थे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।