अब शुरू होगा जैविक भोजन का दौर!
जयपुर, 15 दिसम्बर (आईएएनएस)। देश में जैविक भोजन से आम लोग पूरी तरह परिचित नहीं हैं और अगर हैं भी तो यह उनकी पहुंच और इस पर होने वाले खर्च को वहन करने की क्षमता से परे है। इसी केमद्देनजर एक गैर लाभकारी संगठन जैविक भोजन से लोगों को जोड़ने की कोशिश में लगा है।
गुलाबी नगरी जयपुर में 'मोरारका फाउंडेशन' की ओर से आयोजित कार्यक्रम में इसी बात पर जोर दिया गया कि किस तरह से जैविक भोजन के चलन को बढ़ाया जाए और लोगों के बीच इसके प्रति जागरुकता बढ़ाई जाए।
जैविक खाद्य पदार्थो को लेकर सबसे बड़ी समस्या यह भी है कि इनकी उपलब्धता का दायरा अभी बहुत सीमित है और इनकी कीमत भी कुछ ज्यादा है। इस संबंध में मोरारका फाउंडेशन के मार्केटिंग प्रमुख गोपाल रावत का कहना है, "उपलब्धता बढ़ाने के लिए हम विक्रय केंद्र खोलने की योजना बना रहे हैं और जहां तक कीमतों की बात है तो जैविक खाद्य पदार्थो की कीमतें भी अन्य खाद्य उत्पादों के आसपास ही होंगी।"
जैविक खेती के लिए किसानों को अधिक से अधिक संख्या में आकर्षित करने का भी प्रयास इस संगठन की ओर से किया जा रहा है। संगठन के मुताबिक लगभग 70,000 पंजीकृत छोटे-बड़े किसान उसके साथ जुड़े हैं।
मोरारका फाउंडेशन के कार्यकारी निदेशक मुकेश गुप्ता के मुताबिक, "उनका संगठन देश में 15 प्रमुख राज्यों में जैविक खेती करवा रहा है और बड़ी संख्या में किसान इसके साथ जुड़ रहे हैं।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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