आतंक साए में ताज, बढ़ाई जाएगी सुरक्षा
नई दिल्ली/लखनऊ, 15 दिसम्बर (आईएएनएस)। मुंबई आतंकवादी हमलों के मद्देनजर ताजमहल की सुरक्षा पर मंडरा रहे खतरे के बादलों को देखते हुए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग (एएसआई), केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) और गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने सोमवार को नई दिल्ली में एक बैठक कर वहां मौजूदा सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया गया।
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, "मुंबई हमले के बाद हमने महसूस किया कि ताजमहल की सुरक्षा की नए सिरे से समीक्षा की जानी चाहिए। ताजमहल की सुरक्षा की विस्तृत समीक्षा की गई और तय किया गया है कि ताज परिसर के अंदर व बाहर की सुरक्षा और भी बढ़ाई जाएगी।"
इस अधिकारी ने बताया, "रात के वक्त ताज की सुरक्षा बढ़ाए जाने पर भी चिंता जताई गई। खासकर महीने की उन पांच रातों को, जब ताज को देखने की छूट दी जाती है और भारी संख्या में सैलानी वहां पहुंचते हैं।"
ताज की सुरक्षा में सीआईएसएफ के 180 जवान चौबीसों घंटे तैनात रहते हैं। अब वहां सीआईएसएफ के 90 और जवानों को तैनात किए जाने का प्रस्ताव सामने आया है।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2002 तक ताज की सुरक्षा का जिम्मा एएसआई के हाथों में था। एएसआई निजी सुरक्षा कंपनियों की सहायता लेती थी। बाद में सीआईएसएफ को ताज की सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।