शरद यादव बने राजग के कार्यकारी संयोजक (लीड-1)
राजग के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार और भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने एक बयान जारी कर रविवार को यह घोषणा की। अपने बयान में आडवाणी ने कहा, "राजग के सभी घटक दलों से सलाह मशविरा करने के बाद यादव को राजग का कार्यकारी संयोजक बनाने का फैसला हुआ है।"
जार्ज फर्नाडीज के विकल्प की लंबे समय से राजग में तलाश चल रही थी। यह तलाश जार्ज की शारीरिक अस्वस्थता और उनकी राजनीतिक निष्क्रियता के मद्देनजर शुरू हुई थी लेकिन राजग ने उन्हें इस पद से हटाने का जोखिम नहीं उठाया। बल्कि उनकी जगह एक कार्यकारी संयोजक नियुक्त कर दिया।
इस पद के लिए शिरोमणि अकाली दल के मुखिया और पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के नाम की चर्चा भी जोरों पर थी। इसके अलावा भाजपा की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज भी यह पद हासिल करना चाहती थीं और उन्होंने इसके लिए कोशिशें कम नहीं की थीं। उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव में राजग प्रत्याशी के चुनाव अभियान का संचालन भी किया था।
बहरहाल, शरद यादव को एक तरह से जार्ज का उत्तराधिकारी ही बना दिया गया है। वैसे भी जार्ज की सक्रियता लगभग समाप्त हो चुकी है।
आडवाणी ने अपने बयान में कहा, "यादव जाने माने राष्ट्रीय नेता हैं और उन्हें लगभग 35 वर्षो का संसदीय अनुभव है। वे पहली बार 1974 में मध्यप्रदेश के जबलपुर संसदीय सीट से पहले जनता प्रत्याशी के रूप में सोशलिस्ट पार्टी के टिकट पर लोकसभा के लिए चुने गए थे। वे जमीन से जुड़े नेता हैं और उन्हें राजनीतिक गठबंधन चलाने का लंबा अनुभव है।"
आडवाणी ने उम्मीद जताई कि शरद के नेतृत्व में राजग का दायरा बढ़ेगा। उल्लेखनीय है कि अगले छह महीनों के भीतर लोकसभा के चुनाव संभावित है। ऐसे में राजग के घटक दलों की संख्या बढ़ाने की कोशिशें तेज हो गई हैं। हाल ही में ओमप्रकाश चौटाला के नेतृत्व वाली इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) और असम गण परिषद (अगप) राजग में शामिल हुए हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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