आतंकवाद से मुकाबले के लिए सैनिकों का मिजोरम में प्रशिक्षण
गुवाहाटी, 14 दिसम्बर (आईएएनएस)। मुंबई और असम में हाल के आतंकवादी हमलों ने शहरी आतंकवाद से मुकाबले के लिए भारतीय सुरक्षा बलों को प्रशिक्षित किए जाने की जरूरत को केंद्र में ला दिया है।
मिजोरम के वैरेंगटे में स्थित काउंटर इनसर्जेसी एंड जंगल वारफेयर स्कूल(सीआईजेडब्ल्यू) के आतंक निरोधी विशेषज्ञों ने शहरी आतंकवाद से निपटने के लिए सैनिकों, अर्धसैनिकों व पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षित करने का काम शुरू कर दिया है।
नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, "शहरी आतंकवाद व हल्के हमलों से निपटने के साथ ही उग्रवाद के खिलाफ अभियान चलाने के हूनर सिखाने हेतु प्रशिक्षण के तहत कठिन अभ्यास शामिल किए गए हैं।"
अधिकारी ने कहा, "हम मुंबई हमले से पहले भी शहरी आतंकवाद से निपटने के लिए भारतीय व विदेशी सैनिकों को प्रशिक्षित कर चुके हैं। लेकिन मुंबई हमले ने हमारी आंखें खोल दी है और अब हम अपने सैनिकों को नए तरीके से प्रशिक्षित करेंगे।"
वैरेंगटे में स्थित यह स्कूल आतंकवाद निरोधी प्रशिक्षण देने वाले दुनिया के सर्वोत्तम स्कूलों में से एक है। कई देशों के सैनिक इस स्कूल से प्रशिक्षण लेते हैं।
पिछले सप्ताह यहां से 30 मंगोली व 70 भारतीय सैनिकों ने आतंकवाद से निपटने के लिए 14 दिनों का प्रशिक्षण पूरा किया।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।