प्रतिबंध को कोर्ट में चुनौती देगा जमात
जमात ने पाक के इस फैसले को भारत के दबाव में उठाया गया कदम बताया है। जमात के प्रवक्ता अब्दुल्ला मुंतजिर ने मुंबई में हुए आतंकवादी हमलों में संगठन के संलिप्त होने के आरोप से इंकार किया है।
मुंतजिर ने कहा कि भारत द्वारा लगाए गए आरोप झूठे हैं और संगठन पर लगे प्रतिबंध के खिलाफ वे उच्च न्यायालय जाएंगे। उन्होंने कहा कि जमात-उद-दावा का लश्कर-ए-तैयबा से कोई संबंध नहीं है।
गौरतलब है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा पिरषद् द्वारा जमात-उद-दावा को आतंकवादी संगठन करार देने और इसपर प्रतिबंध लगाने के बाद पाकिस्तान सरकार ने गुरुवार को जमात के प्रमुख हाफिज मुहम्मद सईद को लाहौर स्थित उसके घर में तीन महीने के लिए नजरबंद कर दिया।
मुंतजिर ने कहा, "सईद का लश्कर से कोई संबंध नहीं है।" उन्होंने कहा कि जमात-उद-दावा का उद्देश्य मुस्लिमों की सहायता करना है न कि उन्हें आतंकवाद से जोड़ना।
पाकिस्तान में गुरुवार को जमात-उद-दावा के सभी कार्यालयों को सील कर दिया गया। गुरुवार शाम राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी की अध्यक्षता में हुई बैठक में इस संबंध में निर्णय लिया गया।
जमात-उद-दावा के लगभग 20 नेताओं को गिरफ्तार भी किया गया है। पुलिस के अनुसार लाहौर स्थित संगठन के केंद्रीय कार्यालय को सील कर दिया गया है लेकिन वहां किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई।